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बचपन से ही हमें बड़े-बड़े लक्ष्य भेदने की प्रेरणा दी जाती है और यह नहीं समझाया जाता कि ज़िंदगी तो छोटी-छोटी उपलब्धियों से बनती है। छोटे-छोटे लक्ष्य,छोटी-छोटी उपलब्धियाँ बच्चे को जीवनपथ का अारोही बना देती हैं। > आपके पास बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए ना भी हों पर यदि इस ब्लॉग को पढ़ पा रहे हैं तो आप धनी और…

"लो अतीत से उतना ही जितना पोषक है जीर्ण-शीर्ण का मोह मृत्यु का ही द्योतक है तोड़ो बन्धन, रुके न चिन्तन गति, जीवन का सत्य चिरन्तन धारा के शाश्वत प्रवाह में इतने गतिमय बनो कि जितना परिवर्तन है।" साभार श्री द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी भारत की राष्ट्रीय भाषा हिंदी बहुत प्रयासों के बाद अपने शुद्ध रूप में आयी। आचार्य राम चंद्र…

"It is not enough simply to pray.There are solutions to many of the problems we face. New mechanisms for dialogue need to be created, along with systems of education to inculcate moral values.These must be grounded in the perspective that we all belong to one human family and that together we can take action to address global challenges." This is…

चारों तरफ़ बच्चों की किलकारियाँ,आवाज़ें गूँज रही हैं। कुछ बच्चे आपस में किसी बात पर खिल-खिलाकर हँस रहे हैं, कुछ सहमे से एक बेंच पर बैठे चारों तरफ़ खाली-खाली निगाहों से देख रहे हैं। हमारे चाइल्ड हेल्प केअर सेंटर में बहुत सी जगह मेक्शिफ़्ट टेंट्स के ज़रिए सिर्फ़ बच्चों के खेलने और अन्य कार्यों के लिए बना दी गयी है।…

टर्की के तटपर आएलान कुर्दी की तस्वीर देखकर संसार सन्नाटे में घिर गया- फ़ोटोग्राफर निलोफर डोमर ने कहा "Scream of migrant boy's silent body". आएलान कुर्दी पूरे विश्व को जगा गया। २ सितम्बर २०१५ की रात यह तीन साल का बालक अपने माता-पिता और भाई के साथ टर्की के बोदराम स्थान से नाव द्वारा ग्रीस की तरफ़ चला। नाव प्लास्टिक…

अस्सी के दशक में क़दम रखती डा. पद्मा मिश्रा उत्तराखण्ड से हैं। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित विद्यालय प्रवक्ता होने के साथ-साथ इन्होने माउन्टेनियरिंग और फ़ोटोग्राफ़ी में भी महारथ हासिल की। आपने पैदल कैलाश-मानसरोवर की यात्रा की और दिव्य अनुभूतियों से सराबोर रहीं। देश-विदेश की अनेकों यात्राओं से बहुत से अनुभव सँजोए। इनके जीवन का लाइफ़ लेसन है- प्रेम ही सर्वोपरि…

ये ज़िंदगी की सीख के कुछ चुने फूल हम उन उच्च पदस्थ सेना के अधिकारियों से बात करके लाए हैं। जिन्होंने जीवन की शुरुआत आप और हमारे जैसे बचपन से की पर उनके नेतृत्व के गुण उन्हें सैन्य सेनाओं में उस मुक़ाम तक ले गए जहाँ ४०,००० से अधिक सिपाही और मैन पॉवर उनके नीचे काम करते रहे। उनकी पूरी…

बनारस: यह शहर - इसे अचानक देखो अद्भुत है इसकी बनावट यह आधा जल में है आधा मंत्र में है आधा फूल में है आधा शव में आधा नींद में है आधा शंख में है अगर ध्यान से देखो तो यह आधा है और आधा नहीं भी है (साभार श्री केदार नाथ सिंह) मत्स्य पुराण में शिव कहते हैं- बनारस…

हिन्दु समाज में बहुत गहराई से एक विश्वास जड़ें जमा चुका है कि यदि आप अपनी अंतिम साँस वाराणसी में लेंगे तो आपको काशीलाभ यानि मोक्ष की प्राप्ति होगी, जिसके फलस्वरूप आप कार्मिक पुण्य-लाभ के चक्र से छूट जाएँगे और इस संसार में पुनर्जन्म नहीं होगा। काशी लाभ मुक्ति भवन वाराणसी में स्थित उन तीन मुख्य अतिथि गृहों में से…

सन १९६४, ऋषिकेश से बस चली जोशीमठ के लिए, वहाँ से डिमर गाँव पास पड़ता था। एक १३-१४ वर्षीय बालक चढ़ा क्यूँकि स्कूल में अचानक चार दिन की छुट्टी हो गयी थी। घर से कोई लेने आने का सवाल ही नहीं था। उसे गॉंव पहुँचने का रास्ता मालूम था। रास्ते में १२-१ बजे के बीच बस ड्राइवर ने एक ढाबे…

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