Top Menu

Monthly Archives May 2016

बनारस: यह शहर - इसे अचानक देखो अद्भुत है इसकी बनावट यह आधा जल में है आधा मंत्र में है आधा फूल में है आधा शव में आधा नींद में है आधा शंख में है अगर ध्यान से देखो तो यह आधा है और आधा नहीं भी है (साभार श्री केदार नाथ सिंह) मत्स्य पुराण में शिव कहते हैं- बनारस…

हिन्दु समाज में बहुत गहराई से एक विश्वास जड़ें जमा चुका है कि यदि आप अपनी अंतिम साँस वाराणसी में लेंगे तो आपको काशीलाभ यानि मोक्ष की प्राप्ति होगी, जिसके फलस्वरूप आप कार्मिक पुण्य-लाभ के चक्र से छूट जाएँगे और इस संसार में पुनर्जन्म नहीं होगा। काशी लाभ मुक्ति भवन वाराणसी में स्थित उन तीन मुख्य अतिथि गृहों में से…

सन १९६४, ऋषिकेश से बस चली जोशीमठ के लिए, वहाँ से डिमर गाँव पास पड़ता था। एक १३-१४ वर्षीय बालक चढ़ा क्यूँकि स्कूल में अचानक चार दिन की छुट्टी हो गयी थी। घर से कोई लेने आने का सवाल ही नहीं था। उसे गॉंव पहुँचने का रास्ता मालूम था। रास्ते में १२-१ बजे के बीच बस ड्राइवर ने एक ढाबे…

"Never stop Dreaming" किसी भी बहुत बड़े सामाजिक कार्य को करने में प्रेरणा आगे बढ़ने को उत्साहित करती रहती है। मन आशा की डोर से बँधा खिंचता चला जाता है।लक्ष्य दूर है पर विश्वास अडिग है। उस प्रकाश स्तम्भ तक पहुँचने के लिए रुकावटें भी उतनी ही प्रचंड होंगी, जितनी क्षमताएँ अगर सत्य साथ है तो मस्तिष्क उन्हें भेद लेगा…

Powered By Indic IME
Close